Migration Certificate क्या है पूरी जानकारी – Migration Certificate Kya Hota Hai

नमस्कार दोस्तों, कैसे हो आप सभी आशा करता हूं आप सभी अच्छे होंगे इस पोस्ट में हम माइग्रेशन सर्टिफिकेट के बारे में बात करेंगे इसमें हम आपको बताएंगे कि माइग्रेशन सर्टिफिकेट क्या है? इसे बनने में कितना समय लगता है? Migration Certificate कैसे बनता है? क्यों जरूरी होता है? इसे बनाने के लिए किन महत्वपूर्ण दस्तावेज की आवश्यकता पड़ती है यह कितने प्रकार के होते हैं? इसे बनने में कितना समय लगता है?इस पोस्ट में हम आपको इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से बताएंगे इन्हे जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक आवश्यक पढ़ें चलिए आइये जानते है की Migration Certificate Kya hai  या फिर Migration Certificate Kya Hota Hai तो फिर चाहिए शुरू करते है |

माइग्रेशन सर्टिफिकेट क्या होता है – What is Migration Certificate in Hindi 

दोस्तों जब आप एक University से दूसरे University या एक स्कूल से दूसरे स्कूल में Admission लेते हैं तो आपको सभी Documents के साथ एक Migration Certificate भी जमा करना होता है इसे ही माइग्रेशन सर्टिफिकेट कहा जाता है।

माइग्रेशन सर्टिफिकेट को हिंदी में प्रवास प्रमाण पत्र भी कहते हैं।

दोस्तों अगर हम इसे उदाहरण लेकर समझे तो इसे ऐसे समझ सकते हैं, यदि आप अपनी ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन X यूनिवर्सिटी से पूरी कर रहे हैं परंतु आगे की पढ़ाई Y यूनिवर्सिटी से पूरा करना चाहते हैं।

तो आपको अपनी X यूनिवर्सिटी में जाकर एक Migration Certificate का फॉर्म को लेकर उसे भरकर X यूनिवर्सिटी में जमा करना होता है। 

वह यूनिवर्सिटी आपको माइग्रेशन सर्टिफिकेट बना कर दे देती है उस माइग्रेशन सर्टिफिकेट में लिखा होता है कि आप आगे कौन सी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे है तो आपको X यूनिवर्सिटी से माइग्रेशन सर्टिफिकेट लेकर उसे Y यूनिवर्सिटी में जमा करना होता है।

माइग्रेशन सर्टिफिकेट यह बताता है कि आपने X यूनिवर्सिटी से अपनी ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन को पूर्णतया पास कर लिया है और अब आप Y यूनिवर्सिटी में आसानी से एडमिशन लेकर अपनी आगे की पढ़ाई कर सकते हैं।

माइग्रेशन सर्टिफिकेट बनाने में कितना समय लगता है

दोस्तों अब तक आपने इस पोस्ट में माइग्रेशन सर्टिफिकेट क्या है? के बारे में जाना है अब बात करेंगे इसे बनाने में कितना समय लगता है इसके बारे में मैं आपको संपूर्ण जानकारी दूंगा।

इस माइग्रेशन सर्टिफिकेट को बनाने का प्रत्येक यूनिवर्सिटी का अलग-अलग हिसाब होता है परंतु अधिकतर यूनिवर्सिटी से यह प्रमाण पत्र 10 से 15 दिन में आसानी से बन जाता है, परंतु कभी-कभी इसमें 1 महीने से ज्यादा का टाइम भी लग सकता है।

यदि आपको माइग्रेशन सर्टिफिकेट बहुत जल्दी चाहिए तो आपको इसके लिए यूनिवर्सिटी को थोड़ा अतिरिक्त शुल्क देना होता है परंतु उसके बाद भी माइग्रेशन सर्टिफिकेट आपको 2 से 3 दिन में ही मिलेगा।

माइग्रेशन सर्टिफिकेट कैसे बनाया जाता है

दोस्तों अब हम आपको माइग्रेशन सर्टिफिकेट कैसे बनेगा इसके बारे में विस्तार से बात करेंगे इसे बनवाने के 2 तरीके हैं एक ऑफलाइन और एक ऑनलाइन इन दोनों के बारे में हम आपको बताएंगे–

ऑनलाइन तरीका

दोस्तों आप इस Certificate को घर बैठे भी ऑनलाइन बनवा सकते हैं इसके लिए आपको यह पता होना चाहिए आपने जिस कॉलेज में पढ़ाई की है क्या वह ऑनलाइन सर्टिफिकेट की सुविधा देता है या नहीं।

अगर हां तो आप इसे यूनिवर्सिटी की Main Website पर जाकर इसके लिए ऑनलाइन फॉर्म भरकर Apply कर सकते हैं अगर आपका कॉलेज या यूनिवर्सिटी ऑनलाइन की सुविधा नहीं देती है तो आपको अपने कॉलेज या यूनिवर्सिटी में जाकर ऑफलाइन इसके लिए अप्लाई करना होता है।

ऑफलाइन तरीका

माइग्रेशन सर्टिफिकेट को ऑफलाइन बनवाना बहुत ही आसान है इसमें आपको अपने कॉलेज या यूनिवर्सिटी जाना होता है और वहां जाकर काउंटर से माइग्रेशन सर्टिफिकेट का Form को भरना होता है।

फिर जिस कॉलेज और यूनिवर्सिटी में आप जाना चाहते हैं उस कॉलेज या यूनिवर्सिटी का सिफारिश पत्र भी बनवाना पड़ेगा और फिर इन दोनों को अपनी यूनिवर्सिटी में जमा करना पड़ेगा।

इस सर्टिफिकेट को बनवाने के लिए आप अपने कॉलेज के प्रिंसिपल से भी बात कर सकते हैं इससे आपका काम बहुत ही आसान हो जाएगा और बहुत ही आसानी से आपका यह सर्टिफिकेट बन जायेगा।

जब आपका Migration Certificate बन जाता है तो आप इसे उस कॉलेज या यूनिवर्सिटी में जमा कर सकते हैं जिसमें आप Exams देना चाहते हैं।

दोस्तों आप इस माइग्रेशन सर्टिफिकेट की कॉपी अपने पास जरुर रखें जिससे भविष्य में इसकी आवश्यकता पड़ती है तो आपको कोई परेशानी ना हो।

माइग्रेशन सर्टिफिकेट क्यों जरूरी होता है

दोस्तों अब तक हमने इस पोस्ट में माइग्रेशन सर्टिफिकेट क्या है, इसे बनने में कितना समय लगता है, इसे कैसे बनवाया जा सकता है आदि के बारे में जाना है अब बारी आती है माइग्रेशन सर्टिफिकेट क्यों जरूरी है इसके बारे में हम आपको नीचे बताएंगे–

  • दोस्तों अगर आप अपना एजुकेशन बोर्ड या अपनी यूनिवर्सिटी बदलना चाहते हैं तब यह सर्टिफिकेट बहुत जरूरी होता है।
  • माइग्रेशन सर्टिफिकेट से यह बात कंफर्म हो जाती है कि आपने पिछली यूनिवर्सिटी में अपनी पढ़ाई कंप्लीट कर ली है।
  • इस सर्टिफिकेट के बिना कोई भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी आपको एडमिशन नहीं देती है।
  • माइग्रेशन सर्टिफिकेट आपको काउंसलिंग के समय नहीं बल्कि एडमिशन के समय दिखाना होता है कुछ यूनिवर्सिटी एडमिशन के बाद आपको 10 दिन का समय भी देती है।

इन सभी के लिए माइग्रेशन सर्टिफिकेट बहुत जरूरी हो जाता है इसके बिना आप किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन नहीं ले सकते।

माइग्रेशन सर्टिफिकेट के लिए जरूरी दस्तावेज

दोस्तों माइग्रेशन सर्टिफिकेट फार्म के साथ आपको अपने Documents की फोटो कॉपी भी लगानी होती है जिनके बारे में नीचे बताया गया है–

  • Provisional Certificate
  •  ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन की आखिरी मार्कशीट
  • फीस जमा की Receipt 
  • वोटर आईडी कार्ड या आधार कार्ड या कोई अन्य Identity Proof

अगर आपके पास ऊपर दिए गए दस्तावेज है तो आप बहुत ही आसानी से माइग्रेशन सर्टिफिकेट बनवा सकते हैं और किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में आसानी से Admission ले सकते हैं।

माइग्रेशन सर्टिफिकेट की वैलिडिटी 

दोस्तों अगर माइग्रेशन सर्टिफिकेट की Validity के बारे में बात करें तो एक बार सर्टिफिकेट बनने के बाद यह तब तक Valid होता है जब तक आप दूसरी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में अपनी पढ़ाई Complete नहीं कर लेते हैं।

इस सर्टिफिकेट की Validity आपके कोर्स के अनुसार होती है जैसे ही आपका कोर्स खत्म हो जाता है तब ही आपके माइग्रेशन सर्टिफिकेट की वैलिडिटी खत्म हो जाती है।

माइग्रेशन सर्टिफिकेट कितने प्रकार के होते हैं

दोस्तों, अगर माइग्रेशन सर्टिफिकेट के बारे में बात करें तो यह दो प्रकार के होते हैं जो नीचे दिए गए हैं–

1. Inter College Migration Certificate

यदि हम इंटर कॉलेज माइग्रेशन सर्टिफिकेट की बात करें तो यह उन छात्रों के लिए बनाया जाता है जो एक स्कूल से दूसरे स्कूल में अपना ट्रांसफर कराते है तब उसमें जो सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है उसे इंटर कॉलेज माइग्रेशन सर्टिफिकेट कहते हैं।

जिस कॉलेज में आप पढ़ाई कर रहे हैं उसमें इस सर्टिफिकेट को बनवा कर, जिस कॉलेज में आप पढ़ाई के लिए जाना चाहते हैं उसमें जमा कर देना होता है।

2 . University Migration Certificate

यदि हम यूनिवर्सिटी माइग्रेशन सर्टिफिकेट की बात करें तो यह उन छात्रों के लिए बनाया जाता है जो एक यूनिवर्सिटी से दूसरी यूनिवर्सिटी में अपने एडमिशन को ट्रांसफर कराना चाहते हैं तथा दूसरी यूनिवर्सिटी में अपनी पढ़ाई पूरी करनी चाहते हैं इसे हम यूनिवर्सिटी माइग्रेशन सर्टिफिकेट कहते हैं।

जिस यूनिवर्सिटी में आप पढ़ाई कर रहे हैं उसमें इस सर्टिफिकेट को बनवा कर, जिस दूसरी यूनिवर्सिटी में जिसमे आप अपनी पढ़ाई करना चाहते हैं उसमें इस माइग्रेशन सर्टिफिकेट को अन्य Documents के साथ जमा किया जाता है।

दोस्तों आपको माइग्रेशन सर्टिफिकेट के दोनों प्रकारों के बारे में ऊपर अच्छे से बताया गया है जिसे आप पढ़ कर अच्छे से समझ सकते हैं।

प्रवास प्रमाण पत्र बनाने में कितना खर्च आता है

दोस्तों माइग्रेशन सर्टिफिकेट को हिंदी में प्रवास प्रमाण पत्र भी कहते हैं अगर आप प्रवास प्रमाण पत्र को बनवाना चाहते हैं तो इसमें आपका ज्यादा खर्चा नहीं आता है। 

यदि आप इसे ऑफलाइन बनवाते हैं तो आपका ज्यादा से ज्यादा ₹300 खर्च होता है जिसका भुगतान आपको अपने कॉलेज या यूनिवर्सिटी में करना होता है।

यदि आप इसे यूनिवर्सिटी या कॉलेज की वेबसाइट से जाकर ऑनलाइन अप्लाई करते हैं तो इसमें ₹500 या उससे अधिक का खर्च आता है जिसका भुगतान आपको ऑनलाइन ही अपने बैंक अकाउंट से करना होता है।

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निष्कर्ष 

दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपको माइग्रेशन सर्टिफिकेट क्या होता है? ( Migration Certificate Kya Hota Hai )कैसे बनता है? और कितने तरीकों का होता है? और इसे बनाने में कितना खर्च आता है और इसे बनवाने में कौन कौन से Documents की आवश्यकता पड़ती है इन सब के बारे में विस्तार से आपको बताया है।

हम उम्मीद करते हैं कि इस पोस्ट के माध्यम से आपको प्रवास प्रमाण पत्र के बारे में सही अच्छी और पूरी जानकारी मिली होगी और आप इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करेंगे।

FAQ : Certificate Kya Hota Hai 

Q1. माइग्रेशन सर्टिफिकेट को हिंदी में क्या कहते हैं?

Ans : माइग्रेशन सर्टिफिकेट को हिंदी में प्रवास प्रमाण पत्र कहते हैं।

Q2. माइग्रेशन सर्टिफिकेट कैसे बनता है?

Ans : इस सर्टिफिकेट को बनवाने के 2 तरीके होते हैं ऑफलाइन और ऑनलाइन यदि आप इसे ऑफलाइन बनवाना चाहते हैं तो अपने कॉलेज या यूनिवर्सिटी में जाकर इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं और यदि आप इस सर्टिफिकेट को घर बैठे ऑनलाइन बनवाना चाहते हैं तो आपको अपने कॉलेज या यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर जाकर इसके लिए अप्लाई करना होता है।

Q3. माइग्रेशन सर्टिफिकेट की जरूरत क्यों होती है?

Ans : इस सर्टिफिकेट की जरूरत तब पड़ती है जब हम एक यूनिवर्सिटी से दूसरी यूनिवर्सिटी में अपना एडमिशन ट्रांसफर कर आते हैं इसमें आपके क्लियर पास होने के बारे में लिखा होता है।

Q4. माइग्रेशन सर्टिफिकेट बनवाने में कितना खर्च आता है?

Ans : इस सर्टिफिकेट को ऑनलाइन बनवाने में ₹500 तथा ऑफलाइन बनवाने में ₹300 तक का खर्च आता है।

मेरा नाम Shani Kumar Saini है मुझे इस ब्लॉग के माध्यम से इंटरनेट के माध्यम से जानकारी साझा करना पसंद है जिसके लिए इस ब्लॉग के माध्यम से हम करियर,एजुकेशन,बिज़नेस और फाइनेंस से जुडी जानकारी शेयर करता हूँ |

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