12वीं के बाद   सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने?

 12वीं के बाद   सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने?

आपको अगर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना है तो पहले उसके लिए इंजीनियर से रिलेटेड फील्ड में पढ़ाई करनी होगी। इंजीनियर फील्ड में पढ़ाई करने के लिए विद्यार्थी को 11वीं में ही कुछ सब्जेक्ट्स चुनने होते हैं। जैसे science स्ट्रीम में PCM चुनना होता है।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए किस सब्जेक्ट को चुनें ?

सबसे पहले आपको 11वीं में सांइस स्ट्रीम में PCM यानी फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथ्स चुनना होगा। उसके बाद आपको अच्छे नंबरों से 12वीं पास करनी होगी।

 साफ्टवेयर इंजीनियर बनने के कोर्स

Course for diploma degree

– ADCA( एडवांस डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन) – DCA (डिप्लोमा इन कम्प्यूटर एप्लीकेशन)

 साफ्टवेयर इंजीनियर बनने के कोर्स

Course For Bachelor Degree

– BCA (बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन) 3 years का कोर्स है। – Tech in Computer science (बीटेक बैचलर इन कंप्यूटर साइंस ) — यह 4 साल का कोर्स है । – tech in IT (बैचलर इन इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी) 4 years का कोर्स है।

साफ्टवेयर इंजीनियर बनने के कोर्स

Course for Master’s Degree

– MCA( मास्टर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन) 2 years course – tech in IT( एम टेक इन इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी) 2 year – Sc in computer science ( मास्टर इन कम्प्यूटर साइंस) 2 year

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में करियर

– सॉफ्टवेयर इंजीनियर – सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट – सॉफ्टवेयर एक्सपर्ट – चीफ टेक्निकल ऑफीसर – सॉफ्टवेयर ट्रेनी डेवलपर – साइबर सिक्योरिटी मैनेजर – सॉफ्टवेयर डेवलपर – सेल्स मैनेजर – वीडियो गेम डिजाइनर – नेटवर्क सिक्योरिटी इंजीनियर – बिग डाटा इंजीनियर

सॉफ्टवेयर इंजीनियर की सैलरी

– हर सॉफ्टवेयर इंजीनियर की सैलरी वो किस कंपनी में काम कर रहा है उस पर निर्भर करता है।

शुरुआती समय में सॉफ्टवेयर इंजीनियर को हर महीने तकरीबन 15 से 35 हजार रुपए मिलते हैं।