म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको एक लक्ष्य निर्धारित कर लेना चाहिए कि आप इतना पैसा इस फंड से निकालना चाहते है। अगर आप के पास एक लक्ष्य निर्धारित होता है तो आपके लिए म्यूचुअल फंड को चुनना आसान हो जाता है।
आप म्यूचुअल फंड में SIP या Lump Sum में से किसी भी तरीके से निवेश कर सकते है। आप किस तरीके से म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते है तो यह पूरी तरह से आपके ऊपर ही है। यह आपको ही चुनना होगा कि आप किस तरह से काम करना चाहते है।
अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते है तो आपके पास net banking और KYC का होना अहम हो जाता है। किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको KYC verification की प्रक्रिया से गुजरना होगा।
जब आप किसी भी म्यूचुअल फंड में पैसा निवेश करने के लिए SIP को चुनते है तो आप अपने द्वारा निवेश किए हुए पैसे के वैल्यू के अनुरूप ही म्यूचुअल फंड का पार्ट खरीदते है।
SIP को समझने के लिए आपको दो term को समझना बेहद जरूरी हो जाता है। वो हमने नीचे बताया हुआ है, जैसे,
आपको अब यह तो समझ आ गया है कि SIP को बाजार के उतार चढाव से बचाता है और आपके निवेश को सेफ रखता है। इसी तरह SIP आपके जोखिम को कम करता है। साथ ही साथ यह भी सुनिश्चित करता है कि आप हमेशा बाजार के गिरने पर ही फंड यूनिट खरीदे।
अगर आपको सेल्फ फाइनेंस की थोड़ी बहुत भी जानकारी है तो आपको compounding के बारे में जानकारी होगी। Compounding उस टर्म को डिफाइन करता है जब आप हर महीने छोटा छोटा अमाउंट को लंबे समय तक बचाए। जिसके बाद वो काफी बड़ा अमाउंट बन जाता है। जो आपको काफी अच्छा रिटर्न प्रदान करता है। इसे ही compounding कहा जाता है।